मुरैना में ठंड के साथ छाया घना कोहरा, हाईवे पर चार जगह वाहन टकराए, कई घायल
मुरैना। जिले में सर्दी जोर पकड़ने लगी है। रविवार को इस सीजन का सबसे घना कोहरा छाया, जिसमें हाईवे पर कई हादसे भी हुए। सुबह 10 बजे तक सूरज नहीं निकला और जब कोहरा छंटा तो सर्दी ठिठुराने लगी। रविवार को न्यूनतम तापमान 11 और अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार सर्दी का असर अब लगातार बढ़ता जाएगा आसमान में छाए बादलों के कारण शनिवार रात 10 बजे से ही कोहरे की धुंध छाने लगी। शहरी क्षेत्र में ही रात 12 बजे इतना घना कोहरा हो गया, कि सड़क पर 40 मीटर दूर की चीजें धुंध में गायब हो गई। रात बढ़ने के साथ कोहरा और घना होता गया। रविवार तड़के कोहरा इतना घना हो गया, कि शहर में ही 25 मीटर दूर की चीजें साफ नहीं दिख रही थी। चंबल नदी किनारे, बीहड़ क्षेत्र से गुजरे नेशनल हाईवे 44 पर तो धुंध से हालात और भी विकराल थे। सुबह 4 बजे से 8 बजे तक इतना घना कोहरा था कि 15 से 20 मीटर दूर की चीजें भी धुंध में गायब हो गई थीं। सुबह 10 बजे तक हाईवे पर वाहन हेडलाइट जलाकर धीमी रफ्तार में चलते दिखे। कोहरा छंटने के बाद हवा ने शीत लहर जैसा रूप ले लिया। आसमान में बादल रहने से धूप की चमक भी कमजोर थी, इसलिए धूप में भी लोग ठंड से राहत नहीं पा सके।
हाईवे पर धुंध में चार हादसे, पांच घायल
घने कोहरे के कारण नेशनल हाईवे 44 पर घिरौना मंदिर से लेकर देवपुरी तक चार हादसे हुए। सबसे बड़ा हादसा तो सुबह सवा 8 बजे के करीब देवरी गांव में पास हुआ, जब राजस्थान के धौलपुर की ओर से आ रहे गैस से भरे बड़े टैंकर ने सामने जा रहे ट्रक में पीछे से टक्कर मार दी। कोहरे की धुंध में टैंकर ड्राइवर को सामने जा रहा ट्रक नहीं दिखा। हादसा इतना भीषण था कि गैस टैंकर का केबिन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिसमें ड्राइवर घायल हो गया। इस हादसे से हाईवे की एक लेन पर एक घंटे से ज्यादा समय तक जाम रहा।
यहां भी हुए हादसे
कोहरे में रात के समय दो हादसे सिकरोदा नहर पुलिया के पास हुए। दोनों हादसे कारों की भिड़ंत के हुए, जिसमें तीन लोग घायल हो गए। चौथा हादसा सरायछौला और देवपुरी के बीच हुआ, जहां एक ट्रक को कार ने पीछे से टक्कर कार दी। गनीमत यह रही, कि इन हादसों में कोई भी गंभीर घायल नहीं हुआ।
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