जबलपुर में छोटे भाई ने सुनसान रोड पर बड़े भाई की हत्या कर दी। शव पर उसी की एक्टिवा गाड़ी पटक दी, ताकि यह एक्सीडेंट लगे। घटना के दूसरे दिन 4 मार्च को शव मिला। आरोपी के बनाए प्लान के मुताबिक इसे सड़क हादसा ही माना गया।
अंतिम संस्कार भी हो गया। मुखाग्नि आरोपी ने ही रोते हुए दी। लेकिन, पुलिस ने जब इन्वेस्टिगेशन को आगे बढ़ाया तो उसकी यह साजिश टिक नहीं सकी। घटना के 3 दिन बाद 8 मार्च को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस को क्यों लगा कि यह हादसा नहीं है, आरोपी तक कैसे पहुंची? जानेंगे, पहले मामला जान लेते हैं...
पिता नगर निगम में थे, 7 साल पहले हो चुका निधन
हनुमानताल इलाके के प्रेम नगर के रहने वाले अभिषेक भारती (31) और विनोद भारती (28) के पिता नगर निगम में थे। 7 साल पहले पिता का निधन हो गया। मां को पेंशन मिल रही है। कुछ दिन पहले जानकारी लगी कि पिता की जगह अनुकंपा नौकरी भी मिलनी है, इसकी प्रोसेस पूरी हो चुकी है। दोनों भाई नौकरी चाहते थे। मां की पेंशन - प्रॉपर्टी पर भी हक के लिए झगड़ा करते थे। विवाद ज्यादा होने लगा तो 6 महीने पहले अभिषेक ने घर छोड़ दिया। वह अधारताल में किराए का मकान लेकर रहने लगा। मां से मिलने आता रहता था।
अभिषेक प्राइवेट जॉब करता था। शादी नहीं हुई थी। 3 मार्च की शाम वह मां से मिलने के लिए घर आया था। यहां दोनों भाइयों में झगड़ा हुआ। रात 12 बजे अभिषेक अधारताल के लिए निकल गया। दूसरे दिन 4 मार्च की सुबह उसका शव अधारताल थाने की रामेश्वरम कॉलोनी के पास डिवाइडर के पास मिला। देखने में लग रहा था कि डिवाइडर से टकराने के कारण उसकी मौत हुई है। सूचना पर छोटा भाई विनोद, चाचा उमाशंकर पीएम हाउस पहुंचे। विनोद ने ही बड़े भाई का अंतिम संस्कार किया।
पुलिस को क्यों लगा यह हादसा नहीं है?
अधारताल थाना प्रभारी विजय विश्वकर्मा उस स्पॉट पर पहुंचे, जहां अभिषेक की लाश मिली थी। मौके पर ऐसे निशान या सबूत नहीं मिले, जिससे लगे कि टक्कर इतनी तेज थी कि मौके पर ही मौत हो जाए। अभिषेक के सिर्फ सिर पर ही गंभीर चोट लगी थी। थाना प्रभारी को संदेह हुआ। वे हनुमानताल पहुंचे। यहां पड़ोसियों से पूछताछ में पता चला कि दोनों भाइयों में मां की पेंशन और प्रॉपर्टी को लेकर झगड़ा होता था।
50 से ज्यादा CCTV फुटेज खंगाले, यहीं से मिला क्लू
पुलिस ने प्रेम सागर और अधारताल के बीच 50 से ज्यादा CCTV कैमरों के फुटेज देखे। फुटेज में दिखा कि 3 मार्च की रात अभिषेक एक्टिवा से अधारताल के लिए जा रहा है। विनोद अपने एक साथी के साथ उसके पीछे जाते हुए दिखाई दिया। ये दोनों भी एक्टिवा पर हैं। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने बताया कि अभिषेक के घर से निकलते ही वह भी उसके पीछे चला गया। सुनसान इलाके में उसे रोका, फिर सिर में लोहे का पट्टा मारकर हत्या कर दी। उसकी एक्टिवा को डिवाइडर से टकराया। एक्टिवा उसके ऊपर पटक दी।
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