महिला को सबल बनाने के लिए अजीबिका मिशन का सहयोग सराहनीय विधायक लारिया
मंगलयान ,चंद्रयान बनाने में महिलाओं ने निभाई अपनी महती भूमिका कलेक्टर सिंह
2 करोड 46 लाख रुपए के बैंक लिंकेज के माध्यम से किए गए ऋण वितरित
सागर : महिलाओ को संभल बनाने के लिए अजीविका मिशन का सहयोग सराहनीय उक्त विचार नरयावली विधायक प्रदीप लारिया ने नरयावली विधानसभा क्षेत्र में मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मध्यप्रदेश महिला स्व सहायता समूह सम्मेलन में सम्मान एवं बैंक लिंकेज कार्यक्रम के अवसर पर व्यक्त किए।

इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इच्छित गढ़पाले,परीयोजना अधिकारी हरीश दुबे सहित अन्य अधिकारी सहित स्व सहायता समूह की महिलाएं मौजूद थी । नरयावली विधायक प्रदीप लारिया ने कहा कि मातृशक्ति को संबल बनाने के लिए अजीबिका मिशन का सहयोग सराहनीय है ।

विधायक लारिया ने कहा कि धन के रूप में लक्ष्मी ,शक्ति के रूप में दुर्गा एवं विद्या के रूप में सरस्वती को पूजा जाता है। इसी प्रकार बगैर मातृशक्ति के आगे नहीं बढ़ा जा सकता । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मातृशक्ति की चिंता करते हुऐ उनके लिए अनेक योजनाएं बनाई जा रही हैं जिसके माध्यम से वह आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने कलेक्टर दीपक सिंह की सराहना करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में प्रथम जिला होगा जहां हमारी सहायता समूह की महिलाओं द्वारा उचित मूल्य की राशन दुकान एवं उपार्जन केंद्र को संचालित कराया गया और आत्मनिर्भर बनाया गया ।
उन्होंने कहा कि समाज ,सनातन, धर्म मैं मातृशक्ति का अपना अलग महत्व है इसलिए उनको हमेशा आगे रखकर ही कार्य किया जाए।
कलेक्टर दीपक सिंह ने कहा कि मंगल यान ,चंद्रयान बनाने में महिलाओं की माहिती भूमिका अदा की है
कलेक्टर सिंह ने कहा कि महिलाओं के सर्वांगीण विकास के लिए आजीविका मिशन के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी महिलाओं द्वारा स्व सहायता समूह के माध्यम से कोरोना संक्रमण काल में मास्क,पीपीई किट ,सैनिटाइजर तैयार किए साथ ही जिले में अनेक सिलाई केंद्र के माध्यम से उन्होंने गणवेश तैयार की ।कलेक्टर सिंह ने कहा कि सागर का देव श्री दूध संयंत्र पूरे प्रदेश में अपनी स्थान स्थापित कर चुका है
इसी प्रकार शीघ्र ही माल्थोन, खुरई, बांदरी,बंडा,शाहगढ़ में भी दुग्ध संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं जो कि महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से ही संचालित होंगे।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि महिलाओं के साथ सहायता समूह को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए नाबार्ड के माध्यम से प्रत्येक विकासखंड में दुकान उपलब्ध कराई गई हैं जहां कि स्व सहायता समूह की महिलाएं अपने उत्पाद तैयार कर विक्रय कर सकेंगे ।
बैंक लिंकेज ऋण वितरण के कार्यक्रम में महिला स्व सहायता समूह को 2 करोड़ 46 लाख के बैंक के ऋण प्रदान किए गए।
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