ग्वालियर में काेराेना के चार मरीज मिले, जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दो और सैंपल भेजे दिल्ली
ग्वालियर:- शहर में कोरोना के चार मरीज मिलने के बाद आइसीएमआर (इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च) ने जीनोम सिक्वेंसिंग के बारे में जीआर मेडिकल कालेज के माइक्राबायोलाजी विभाग से जानकारी मांगी है। उन्होंने पूछा है कि क्या विभाग की लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा उपलब्ध है।
इस पर माइक्रोबायलोजी विभाग के प्रभारी ने जवाब दिया है यहां मशीन नहीं है। यदि मशीन मिल जाती है तो यहीं लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग की जा सकती है।गाैरतलब है ओमिक्रोन वायरस को लेकर सरकार बेहद सतर्क है। इसके चलते निर्देश जारी किए हैं कि कोरोना संक्रमित मिलने वाले हर मरीज के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। इससे यह पता लगाया जा सके कि संक्रमण ओमिक्रोन है या अन्य कोई।
ग्वालियर में मिले कोरोना के चार मरीजों में दो के सैंपल पहले ही जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली भेजे जा चुके थे। अब दो मरीजों सैंपल और जांच के लिए दिल्ली भेजे हैं। ग्वालियर में भी जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच के लिए कवायाद चलने लगी है। जीनोम सिक्वेंसिंग की सबसे छोटी मशीन लाने में करीब ढाई करोड़ रुपये खर्च आएगा।
आइसीयू-पीआइसीयू रखें तैयार, करें माकड्रिलः कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए सोमवार को अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने वीडियो कांफ्रेंस से स्वास्थ्य अधिकारियों को तैयारी पुख्ता रखने के निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल स्तर पर आइसीयू और पीआइसीयू को तीन दिन के भीतर तैयार करें और जो उपकरण रखें है उनकी माकड्रिल कराएं। कंसट्रेटर, मास्क, ग्लब्स और वेंटिलेटर आदि की उपलब्धता सुनश्चित करें।
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