आधार के नाम पर कईं गरीब परिवार रहेंगे राशन से बंचित
वन नेशन वन कार्ड आधार के बिना नहीं मिलेगा राशन लेकिन गरीब परिवार के लोगों को सरकारी राशन लेने मे हो रही परेशानियों से शासन प्रशासन बेखबर जहाँ शासन की शासकीय उचित मूल्य दुकानों से गरीब परिवारों को शासन सस्ते दामों पर गेहूं चावल नमक जैसी अवश्यक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराता आया है वहीं अब गरीब हितग्राहियों को आधार कार्ड दर्ज कराने के बाद ही राशन वितरण किया जा रहा है यह सही है की राशन वितरण को आधार से लिंक किया जाना सरकार का लक्ष्य है लेकिन ऐसे कईं गरीब परिवार है जिनके आधार कार्ड अभी तक नहीं बने हुए हैं जिस वजह से उन्हें राशन नहीं मिल रहा है

साथी ऐसे वह गरीब परिवार है जिनके आधार कार्ड तो दर्ज है लेकिन मजदूरी करने के कारण उनके फिंगर प्रिंट स्कैन नहीं होते है जिसके कारण वह भी सस्ता राशन लेने से बंचित रह जाएंगे साथ ही छोटे बच्चों और वृद्धों के आधार फिंगर प्रिंट ना आना ऐसे हजारों परिवार है जिनके फिंगर प्रिंट नहीं आते हैं नाम ना बताने की शर्त पर राशन दुकान चलाने वाले एक संचालक ने बताया हम लोग भी नियमों से बंधे हुए हैं लेकिन सरकार के इस नियम की वजह से बहुत से परिवार राशन से वंचित रह जाते हैं किसी के पास आधार नहीं है तो किसी के मजदूरी करने की वजह से फिंगरप्रिंट नहीं मिलते।
एक तरफ कोरोना रोकथाम के प्रयास किए जा रहे हैं और दूसरी तरफ प्रशासन आधार के नाम पर गरीबों को परेशान करने में लगा हुआ है ऐसे में सोशल डिस्टेंसिग की तो धज्जियां उड रही हैं और कोरोना संक्रमण फैलाने का खतरा भी बढ़ रहा है एक तरफ सरकारे गरीब परिवारों को संबल प्रदान करने की बात कहती हैं और दूसरी तरफ गरीबों के मुह से निवाला छिने का काम हो रहा है
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