शादी समारोह में 200 से अधिक व्यक्ति शामिल नहीं हो सकेंगे
कोरोना संक्रमण सम्बंधी क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक सम्पन्न
सागर:- शादी समारोह में 200 व्यक्ति से अधिक शामिल नहीं हो सकेंगे । यह निर्णय कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में सोमवार को हुई आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में लिया गया । आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में शासन द्वारा दिए गए दिशा- निर्देशों के सम्बंध में चर्चा की गई । बैठक में बताया गया कि लगातार बढ़ता कोरोना संक्रमण चिंता का विषय हैं। शासन, प्रशासन स्तर पर किए जा रहे प्रयास तब तक कारगर साबित नहीं हो सकते जब तक जनता की भागीदारी सुनिश्चित न की जा सके। नागरिकों का गैर जिम्मेदाराना रवैया इस चिंता को और अधिक बढ़ाता है। करोना संक्रमण की रोकथाम तथा संक्रमितों का इलाज तथा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा भी क्राइसिस मैनेजमेंट बैठक में की गई। बैठक में विधायक शैलेंद्र जैन ,पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह, नगर निगम कमिश्नर आरपी अहिरवार, अपर कलेक्टर अखिलेश जैन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इच्छित गढ़पाले, बीएमसी के डीन डॉ आर एस वर्मा,डॉ राजेश जैन, सीएमएचओ डॉ एम एस सागर ,सिविल सर्जन डॉक्टर एमपी गायकवाड, बीएमओ डॉ विपिन खटीक, होमगार्ड के संतोष शर्मा ,डीपीएम कपिल पाराशर, श्रीमती ज्योति सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में बताया गया कि प्रायः यह देखने में आया है कि त्यौहार के समय तथा आमतौर पर भी बाजारों में व्यक्ति बिना मास्क लगाए घूम रहे हैं। साथ ही आपस में दो गज की दूरी का भी पालन नहीं कर रहे। कलेक्टर दीपक सिंह के निर्देशानुसार आयुक्त नगर निगम द्वारा इस संबंध में लगातार प्रभावी चालानी कार्यवाही की जा रही है । लोगों को मास्क लगाने तथा आवश्यकता न होने पर घर से बाहर न निकलने की समझाइश दी जा रही है।
बैठक के दौरान फीवर क्लीनिक के संचालन, होम आइसोलेटेड व्यक्तियों की जानकारी तथा उनकी मॉनिटरिंग, ऑक्सीजन उपलब्धता, ऑक्सीजन के वैकल्पिक स्रोत, जिला अस्पताल में बनने वाले 20 बिस्तर वाले आईसीयू , सैंपलिंग, कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर सहित विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से समीक्षा की गई।
कलेक्टर दीपक सिंह ने निर्देश दिए कि होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्तियों की विधिवत निगरानी रखी जाए।यह सुनिश्चित किया जाए कि ऐसा कोई भी व्यक्ति जिसमें कोरोना संक्रमण के लक्षण है वह गाइडलाइन के अनुसार ही होम आइसोलेशन अथवा फैसिलिटी सेंटर में उपचार प्राप्त करें।
उन्होंने बताया कि फीवर क्लीनिक के माध्यम से सर्दी बुखार, खाँसी आदि लक्षणों वाले व्यक्तियों को नियमित रूप से सुविधाएँ मुहैया कराई जा रही है। क्लीनिक आने वाले प्रत्येक का सैंपल लेकर उसकी जाँच भी कराई जा रही है।
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