कलेक्टर के निर्देश पर जाँच के लिए भोपाल भेजे गए नमक के सैंपल
कलेक्टर दीपक सिंह के निर्देशानुसार बीना अनुविभागीय अधिकारी प्रकाश नायक, तहसीलदार संजय जैन,खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज श्रीवास्तव तथा कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी द्वारा नमक में रेत की मिलावट के संबंध में जाँच की गई। जाँच दल द्वारा प्रस्तुत किये गये प्रतिवेदन के अनुसार शासकीय उचित मूल्य दुकान (सेवा सहकारी समिति सेमरखेड़ी) का खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज श्रीवास्तव द्वारा निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के बाद कलेक्टर दीपक सिंह द्वारा दिए गए निर्देशानुसार रिफ़ाइंड आयोडीन नमक ब्रांड वन्या का नमूना खाद्य विश्लेषक राज्य खाद्य प्रयोगशाला भोपाल भेजा गया है।
उल्लेखनीय है कि प्रथम दृष्ट्या सैंपल में लाए गए नमक के पैकेट मिलावटी होने की शिकायत होने के कारण तथा तहसीलदार, खाद्य सुरक्षा अधिकारी तथा कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी के मतानुसार भोपाल से जाँच रिपोर्ट प्राप्ति तक अभी तक आपूर्ति किए गए नमक ब्रांड वन्या को आम जन के वितरण के लिए बंद किया गया है। अतः उक्त नमक के पैकेटों को शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में तब तक नहीं बंटवाया जाएगा जब तक जाँच रिपोर्ट नहीं आ जाती।
बता दें कि, बीना एवं रहली केन्द्र से प्रदायित हुए नमक में काले बारीक कण प्राप्त होने की शिकायत प्राप्त हुई है। संभवतः ये कण आयरन-45 के हो सकते हैं, जो एनीमिया जैसी गंभीर बीमारी के उपचार में उपयोग किया जाता है। परंतु, भोपाल भेजे गए सैंपल की जाँच रिपोर्ट आने तक समस्त शासकीय उचित मूल्यों की दुकानों से नमक की सप्लाई पर प्रतिबंध रहेगा।
अतः प्राप्त नमक के गुणवत्ता परीक्षण होने तक केन्द्रों से आगामी आदेश तक नमक का प्रदाय स्थगित रखने के निर्देश दिए हैं।
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