बिकरू कांड:50 हज़ार के इनामी उमाकांत ने गले में तख्ती टांगकर,पत्नी और बच्चों के साथ किया सरेंडर
कानपुर/उत्तरप्रदेश।
उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिकरू कांड का एक और आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। 8 पुलिसकर्मियों की जघन्य हत्या को अंजाम देने वाले विकास दुबे के साथी उमाकांत शुक्ला उर्फ बउउन ने शनिवार को गले में तख्ती टांगकर पत्नी और बच्चों के साथ चौबेपुर थाने में सरेंडर कर दिया है। उमाकांत की काफी समय से तलाश थी। पुलिस ने कई जगह छापेमारी भी की थी लेकिन सफलता नहीं मिली थी। सूत्रों के मुताबिक, उमाकांत उर्फ बउउन पुलिस की 50 इनामिया सूची में शामिल हैं। यह सभी शूटआउट में विकास दुबे के साथ शामिल थे।
बिकरू कांड में शहीद हुए थे 8 पुलिसकर्मी…..
गौरतलब है कि कानपुर के बिकरू गांव में विकास दुबे को पकड़ने के लिए गई पुलिस की टीम पर विकास और उसके साथियों ने हमला कर दिया था। इस घटना में 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए थे इस वारदात में बिल्हौर के पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र मिश्रा, तीन दारोगा और चार सिपाही शहीद हुए थे। मामले में चौबेपुर के थाना अध्यक्ष विनय तिवारी, दारोगा कुंवर पाल व कृष्ण कुमार शर्मा और राजीव को निलंबित कर दिया गया है। इन लोगों पर विकास दुबे के घर पुलिस द्वारा दबिश की जानकारी लीक करने का आरोप है।
क्या है पूरा मामला……
पुलिस के मुताबिक, बिकरू कांड में आरोपी उमाकांत शुक्ला 50 हजार का इनामी है। शनिवार को उमाकांत ने थाना चौबेपुर में सरेंडर किया। इस दौरान वह पत्नी और बच्चों को लेकर पहुंचा था। पुलिस ने बताया कि उमाकांत ने गले में बकायदा एक तख्ती टांग रखी थी जिसमें उसने अपना जुर्म कबूल किया था। साथ ही पुलिस के सामने सरेंडर की बात भी लिखी थी। पुलिस ने बताया कि एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारे गए अपराधी विकास दुबे का उमाकांत खास साथी है। पुलिस एनकाउंटर की दहशत के चलते उसने पत्नी और बच्चों के साथ सरेंडर किया है।
क्या लिखा था तख्ती पर…???

उमाकांत ने गले में टांगी तख्ती में लिखा था, मेरा नाम उमाकांत शुक्ला उर्फ बउउन पुत्र मूलचंद शुक्ला निवासी बिकरू थाना चौबेपुर है। मैं बिकरू कांड में विकास दुबे के साथ शामिल था। मुझे पकड़ने के लिए रोज पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है। जिससे मैं बहुत डरा हुआ हूं। हम लोगों द्वारा जो घटना की गई थी उसका हमें बहुत आत्मग्लानी है। मैं खुद पुलिस के सामने हाजिर हो रहा हूं मेरी जान की रक्षा की जाए मुझ पर रहम किया जाए।
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