बाइक की एजेंसी खोलने के नाम पर 17.50 लाख रुपये की आनलाइन धोखाधडी

बाइक की एजेंसी खोलने के नाम पर 17.50 लाख रुपये की आनलाइन धोखाधडी
आनलाइन धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे है।धोखेबाज नए-नए तरीके से लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे है। क्रेडिट कार्ड समाप्त होने, लाटरी खुलने का लालच देेने, पुलिसकर्मी बनकर धमकाने, ऋण देने आदि तरीकों से धोखाधड़ी की जाती रही है। वहीं अब बाइक की एजेंसी खोलने के नाम पर शहर के एक युवक के साथ साढ़े सत्रह लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। युवक की शिकायत पर माणकचौक पुलिस ने दो अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार फरियादी जय शर्मा निवासी कालेज रोड ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत 28 फरवरी को की थी। उन्होंने शिकायत में बताया कि उन्हें 11 फरवरी 2024 को दो मेल आए थे। एक मेल शर्मा डाट आरटीएम इलेक्टानिक एटदरेट आफ जीमेल डाट काम व दूसरा मेल इनफो एटदरेट आफ रायल इनफ्लिड इंडिया डाक काम से आया था। मेल में बताया गया था कि रायल इनफिल्ड बुलेट कपनी की एजेंसी के लिए डीलर शीप की आवश्यकता है, जो इच्छुक हो वह हमसे सम्पर्क करे। इसके बाद जय शर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया मेल पर भेजी थी कि वे एजेंसी के लिए इच्छुक है। इसके बाद उनके मोबाइल फोन पर काल आया, रिसिव करने पर सामने वाले ने अपना नाम गौरव अग्रवाल बताते हुए एजेंसी के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने अपना बायोडाटा, पेन कार्ड, आधार कार्ड, लोकेशन आदि की जानकारी भेजी। इसके बाद उन्हें एक फार्म डिलर एनरोलमेंट संबंधी भेजा गया, जिसे भरकर जय शर्मा ने चाही गई जानकारी दी थी।

दूसरे व्यक्ति ने कॉल कर रुपये मांगे 
फार्म में जानकारी देने के बाद जय शर्मा को दूसरे मोबाइल नंबर फोन से काल किया और काल करने वाले ने अपना नाम दीपक मिश्रा बताते हुए कहा कि वह कंपनी के हेड आफ डिलर डेवलपमेंट सेल पद पर पदस्त है। आपको रजिस्ट्रेशन फीस ढाई लाख रुपये भरना है।

इसके बाद जय शर्मा ने 30 जनवरी 2024 को आरटीजीएस से के माध्यम से पंजाब नेेशनल बैंक चैन्नई के खाते में भेज दिए थे।उक्त रुपयों के संबंध में कथित कम्पनी द्वारा उन्हें बिल भेजा गया। 31 जनवरी को उन्हें दोबारा ईमेल आया, जिसमें बताया गया गया कि कंपनी को सिक्योरिटी के लिये दस लाख रुपये का पैमेंट करना होगा। इस पर उन्होंने छह फरवरी 2024 को आरटीजीएस के माध्यम से संबंधित द्वारा बताए गए बैंक खाते में दस लाख रुपये भेजे थे, जिसका बिल व रिसिप्ट भी उन्हें भेजी गई।
लोकेशन देखने नहीं आए
बाद में कथित कंपनी की तरफ से उनसे कहा गया कि 27 फरवरी 2024 को आपकी लोकेशन पर हमारे अधिकारी विजिट के लिए आएंगे, लेकिन कोई भी अधिकारी लोकेशन चेक करने नहीं आया। 
लोकेशन देखने नहीं आए
बाद में कथित कंपनी की तरफ से उनसे कहा गया कि 27 फरवरी 2024 को आपकी लोकेशन पर हमारे अधिकारी विजिट के लिए आएंगे, लेकिन कोई भी अधिकारी लोकेशन चेक करने नहीं आया।
इसके बाद उन्होंने आरोपित गौरव अग्रवाल व दीपक मिश्रा के मोबाइल नंबर पर काल किया तो दोनों फोन बंद पाए गए। जय शर्मा ने कंपनी के कस्टमर केयर पर काल करके संपर्क किया तो वहां से घटना के संबंध में मना कर दिया गया।इस तरह उनकें साथ धोखाधड़ी की गई। 
उन्होंने पुलिस उक्त ईमेल व मोबाइल फोन नंबरों की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है। पुलिस के अनुसार जिन नंबरों से फोन किए गए थे, उनके धारकों के खिलाफ भादंवि की धारा 420 में प्रकरण दर्ज कर विवेचना की जा रही है।

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